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मज्जाधातु प्रेक्षा
संस्कार और ज्ञान की दृष्टि से मज्जा का शरीर में बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है । संस्कार को बदलने और नए संस्कार का निर्माण करने के लिए उसकी बहुत उपयोगिता है। इसकी पुष्टि के लिए दर्शन केन्द्र पर ध्यान किया जाता है । मज्जाधातु को शक्तिशाली बनाने के लिए 'ह' और 'क्ष' अथवा ह्रीं' और 'क्ष्वीं' का जप किया जाता है।
०५ जून २०००
भीतर की ओर
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