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लेश्या
लेश्या के छः प्रकार हैं
१. कृष्ण लेश्या २. नील लेश्या ४. तेजो लेश्या
३. कापोत लेश्या
५. पद्म लेश्या
६. शुक्ल लेश्या
ये प्रत्येक प्राणी में होती है पर इनमें कोई लेश्या प्रधान होती है, कोई गौण ।
साधना का प्रयोग लेश्याजनित स्वभाव के आधार पर निर्धारित करना चाहिए ।
लेश्या
१. कृष्ण लेश्या प्रधान
२. नील लेश्या प्रधान
स्वभाव
आर्त्त
प्रमत (अजगर
की भांति)
३. कापोत लेश्या प्रधान चंचल (बंदर
की भांति)
४. तेजो लेश्या प्रधान
अचपल
५. पद्म लेश्या प्रधान
प्रशान्त
६. शुक्ल लेश्या प्रधान उपशान्त
२६ अप्रैल
२०००
साधना
भजन (अन्यथा नींद)
वाचिक जप
वाचिक जप
एकाग्रता ध्यान
निर्विकल्प ध्यान
दीर्घकालीन निर्विकल्प
ध्यान
भीतर की ओर
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