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छब्बीस
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व्याख्यान विषय
सम्यक्त्व का अर्थ सम्यक्त्व के प्रकार सम्यक्त्व के ६७ बोल चार सद्दहना तीन लिंग दस प्रकार का विनय जिन मदिर मे वर्तने के ८४ नियम तीन प्रकार की शुद्धि
पॉच प्रकार के दूषण तेतालीसवाँ
सम्यक्त्व (३) आठ प्रभावक पॉच भूषण पाँच लक्षण ६ यतनाएँ ६ आगार ६ भावनाएँ
६ स्थान चौवालीसवाँ सम्यक ज्ञान
दो प्रवासी पैंतालीसवाँ
सम्यक् चारित्र (१) चरित्र की महिमा भवभ्रमण का महारोग मोह आपका कट्टर शत्रु है
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