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५, ६, १६७.) बंधणाणुयोगद्दारे सरीरिसरीरपरूवणाए फोसणपरूवणा (२६५ असंखे० भागो, अदीदेण पंच चोद्दसभागा देसूणा । तिसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं ? वट्टमाणे० लोग० असंखे० भागो, अदीदेण अट्ठ चोद्दसभागा देसूणा। सुक्कलेस्सिएसु बिसरीर-चउसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं ? वट्टमाणेण लोग० असंखे० भागो, अदीदेण छ चोदस भागा देसूणा। तिसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं ? वट्टमाणे० लोग असंखे०भागो, असंखेज्जा भागा सबलोगो वा, अदीदेण छ चोदसभागा देसूणा । केवलिभंगो वा।
समत्तागुवादेण सम्माइट्ठीसु बिसरीर-चदुसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं? वट्टमाणे० लोग० असंखे० भागो, अदीदेण छ चोद्दसभागा देसूणा । तिसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं? वट्टमाणे० लोग० असंखे० भागो असंखेज्जा भागा सव्वलोगो वा, अदीदेण अट्ठ चोद्दसभागा देसूणा केवलिभंगोवा। खइयसम्माइट्ठीसु तिसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं ? वट्टमाणे० लोग० असंखे० भागो अस खेज्जा भागा सव्वलोगो वा, अदीदेण अट्ठ चोद्दसभागा देसूणा केवलिभंगो वा। बिसरीर-चदुसरीरेहि के० खेत्तं फोसिदं ? लोकके असंख्यातवें भागप्रमाण और अतीत कालकी अपेक्षा वसनाली के कुछ कम पांच बटे चौदह भागप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है । तीन शरीरवाले जीवोंने कितने क्षेत्रका स्पर्शन किया है ? वर्तमान कालकी अपेक्षा लोकके असंख्यातवें भागप्रमाण और अतीत कालकी अपेक्षा असनालीके कुछ कम आठ बटे चौदह भागप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है । शुक्ललेश्यावालोंमें दो शरीरवाले और चार शरीरवाले जीवोंने कितने क्षेत्रका स्पर्शन किया है ? वर्तमान कालकी अपेक्षा लोकके असंख्यातवें भागप्रमाण और अतीत कालको अपेक्षा त्रसनालीके कुछ कम छह बटे चौदह भागप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है। तीन शरीरवाले जीवोंने कितने क्षेत्रका स्पर्शन किया है ? वर्तमान कालकी अपेक्षा लोकके असंख्यातवें भागप्रमाण, लोकके असंख्यात बहुभाग प्रमाण और सब लोकप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है। तथा अतीत कालकी अपेक्षा त्रसनालीके कुछ कम छह बटे चौदह भागप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन है और केवलज्ञानीका जो स्पर्शन बतला आये वह भी अतीत कालकी अपेक्षा यहां स्पर्शन जानना चाहिए।
सम्यक्त्व मागंणाके अनुवादसे सम्यग्दृष्टि जीवोंमें दो शरीरवालों और चार शरोरवालोंने कितने क्षेत्रका स्पर्शन किया है ? वर्तमान कालकी अपेक्षा लोकके असंख्यातवें भागप्रमाण और अतीत काल की अपेक्षा कुछ कम छह बटे चौदह भागप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है। तीन शरीरवालोंने कितने क्षेत्रका स्पर्शन किया है ? वर्तमान कालकी अपेक्षा लोकके असंख्यातवें भागप्रमाण, असख्यात बहुभागप्रमाण और सर्व लोकप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है। तथा अतीत कालको अपेक्षा त्रसनालीके कुछ कम आठ बटे चौदह भागप्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है और केवलज्ञानियोंके जो स्पर्शन बतलाया है वह स्पर्शन भी अतीत कालको अपेक्षा यहां जानना चाहिए। क्षायिकसम्यग्दष्टि जीवोंमें तीन शरीरवालोंने कितने क्षेत्रका स्पर्शन किया है? वर्तमान कालकी अपेक्षा लोकके अमख्यातवें भागप्रमाण, लोकके असंख्यात बहुभागप्रमाण और सर्व लोक +माण क्षत्रका स्पर्शन किया है । तथा अतीत कालका अपेक्षा त्रसनालीके कुछ कम आठ बटे चौदह भाग प्रमाण क्षेत्रका स्पर्शन किया है और केवलज्ञानियों के समान भंग है। दो शरीरकालों और
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