Book Title: Karmagrantha Part 6
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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( ३३ )
जीवस्थानों में वेदनीय, आयु और गोत्रकर्म के बधादि स्थानों के संवेध भंगों का विचार
२१४
जीवस्थानों में ज्ञानावरण, दर्शनावरण, वेदनीय, आयु, गोत्र और अन्तराय कर्मों के भंगों का दर्शक विवरण मोहनीय कर्म के अंगों का कथन करने की प्रतिज्ञा गाणा ३६
२२१
२२१
२२१-२२०
जीवस्थानों में मोहनीयकर्म के बंधादि स्थानों के संवैध
भंगों का विचार
२२२
जीवस्थानों में मोहनीय कर्म में संवेध भंगों का दर्शक विवरण २२७
२२८-२५४
गाया ३७, ३८
जीवस्थानों में नामकर्म के बंधादि स्थानों के भंगों का निर्देश
जीवस्थानों में बंधस्थान और उनके भंगों का दर्शक विवरण जीवस्थानों में उदयस्थान और उनके भंगों का दर्शक विवरण
जीवस्थानों में नामकर्म की प्रकृतियों के बंध, उदय और सत्ता स्थानों के भंगों का दर्शक विवरण
गाथा ३१ ( प्रथम पंक्ति)
गुणस्थानों में ज्ञानावरण और अन्तराय कर्म के बंधादिस्थानों के भंगों का विचार
गाथा ३९ (द्वितीय पंक्ति), ४०, ४१ ( प्रथम पंक्ति )
२५३
२५४-२५५
२२५
२४५
गुणस्थानों में दर्शनावरण कर्म के बंधादिस्थानों के भंगों का विचार
गाणा ४१ (द्वितीय पंक्ति)
२५१
२५४
२५५-२६०
गुणस्थानों में बेदनीयकर्म के बंधादिस्थानों के भंगों का
विचार
२५७
२६० - २६६
२६१
गुणस्थानों में गोत्रकर्म के बंधादिस्थानों के भंगों का विचार २६२