________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www. kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
राजविद्या।
game
LA
-
-
[६]
जगति सन्मार्गे प्रवर्त्यर्थम् बलसरूप पुरुषः बुद्धिसरूप स्त्रीय सृज्याभ्य हम् ताभ्यां रक्षान्यायः क्षात्रकुल सूर्य चन्द्र समवः तेषां विचार शक्ति शुद्धो. ञ्चश्वरभावन सृष्टः सुखशान्तिःस्थित्यर्थ प्रबन्धेषु प्रवर्तते ॥
भाषार्थ जगत को शुद्ध मार्ग में प्रवर्त करने के लिय बल सरूप पुरुष और बुद्धि सरूप नाय को मैं रचता हूं इन दोनों से रक्षा और न्याय है और क्षत्रियों का सूर्य और चन्द्र वंश होता है उनका विचार शक्ति शुद्ध उच्च इश्वर भाव से सृष्टि का सुख शान्ति स्थिति के लिये प्रबन्धों मे प्रवर्त रहती है ।
महापवित्र राजविद्योपदेशः क्षात्र जातेः स्त्रीय पुरुषेभ्यः श्रुतेन शुद्धोच्च
For Private And Personal Use Only