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राजविद्या |
( ४३ )
तक होसके शत्रुपक्ष को भेदन करणा वा युक्तिसे एकहुए हुवोंको जुदे जुदे करदेना विखेरदेना वा सोने चांदी के लोभसे अपणेसाथ करके लड़ा देना वा शत्र अपणे पक्षवालोंको कुर व्यवहार से वर्त्तता हो उनको अपणा करलेना वा जुदा करदेना विखेरदेना वा शत्रु जिनकेसात वैर ईषी रखता हो उनको अलग करना इसी तरह अपने पक्ष में सानुभूति प्रगट करना परस्पर प्रीतिरेक्यता सहायता वीरशब्द वाक्यों से अपने पक्षको उत्तेजित करना और उत्साह बढाना ||
द्वादश कोषे भाषा परिवर्तनम् देशान्तरानुसार प्राकृत् भाषाषु स्वरा २५ तेषु मूल स्वरा तो ३ व्यञ्जनानि३९ ૨ तेषुक यथा कर्म शुद्धार्येत । ख. खण्डे खण्डे पूर्णम् । गणिज्जानं प्राप्तव्यमवश्य मेव । व घनघोर घटाऽस्थिरम् । ङ कक ण विवाहे रणे शोभितं । च चारेणोत.
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