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प्रोटो आस्ट्रेलायड के दीर्घ कपाल, छोटा कद, धुंघराले बाल, चाकलेटी रंग की त्वचा, धंसी हुई तथा चौड़ी नाक, मोटे ओठ तथा आगे बढ़ी हुई जबड़े की हड्डियाँ होती है। इनका
औसत कद 162 से.मी. होता है। इनके बाल काले और कम तथा मुँह तथा दूर-दूर तक उगे हुए होते हैं। इनकी आंखें कुछ काली भूरी होती हैं। मुख्य रूप से विंध्य प्रदेश, दक्षिणी भारत और मध्य भारत में मिलते हैं।
भूमध्यसागरीय प्रजाति लम्बे सिर वाली थी। इनका सिर लम्बा, कद छोटा, औसत ऊँचाई 166 से.मी., चेहरा तंग, ठोडी नोकदार, कुछ सीधी बीच में उठी हुई, मुड़ी हुई सिरे वाली नाक, चौड़ा मुँह, पतले और झिल्लीदार होठ, चौड़ा कटिप्रदेश, लहरदार तथा हल्के भूरे रंग के बाल, हल्की भूरी त्वचा तथा काली आंखें होती है।
आर्यों में अल्पाइन का औसत कद 160 से.मी., कंधा चौड़ा, छाती गहरी, टांगे लम्बी तथा चौड़ी, हाथ चौड़े, उंगलियां छोटी तथा पांव छोटे और चौड़े होते हैं। इनकी स्त्रियों का कटिप्रदेश यूरोपीय प्रजातियों की अपेक्षा पतला होता है। इनका सिर चौड़ा, इनके सिर का आकार गोल, माथा ऊँचा, चेहरा गोल तथा चौड़ा, नाक मांसल, छोटी और चपटी होती है। इनकी त्वचा का रंग पीला, बालों का चैस्टनर तथा आँखों का हैजल भूरा होता है।'
दीनारिक (Dinaric) प्रजाति बंगाल, उड़ीसा, काठियावाड़, कन्नड़ और तमिल प्रदेश में मिलती है। ऊँचा शिखर वाला सिर, ढालू माथा, सिर का पिछला भाग चपटा, चौड़ा सर, शीर्ष देशना 83 सें.मी. से अधिक, लम्बा तंग चेहरा, उठी हुई तथा उन्नत नासिका, आगे निकली हुई ठोड़ी, ऊँचा कद, औसत ऊँचाई 170 से.मी.,शरीर का गठन और शरीर का ढाँचा भारी, लम्बी टांगे, मोटी गर्दन, नार्दिक लोगों से अधिक चौड़े होंठ, जैतून के रंग वाली काली त्वचा, हल्के भूरे रंग की आँखे, काले भूरे लहरदार तथा शरीर तथा चेहरे पर उगने वाले बाल इनकी शारीरिक विशेषताएँ थी।
आर्मीनियन प्रजाति के लोग मुख्य रूप से बम्बई के पारसियों में मिलते हैं।'
नार्दिक प्रजाति के लोग भी इण्डो आर्यन की एक शाखा है। ये पहले सिंधु और यमुना के किनारे बसे और बाद में सम्पूर्ण भारत में बस गये। लम्बा सिर, ऊँची पतली नाक, पतले होंठ, ऊँचा इकहरा शरीर, लम्बा चेहरा, सुनहरे धुंघराले बाल और ऊँचाई 172 से.मी. के अतिरिक्त अन्य विशेषताएँ लम्बी टाँगें, गुलाबी आभा लिये और गौरवर्ण त्वचा तथा नीली और हल्की भूरी आँखें हैं।
1. डा. शर्मा और डा. शर्मा, भारतीय समाज, संस्थाएं और संस्कृति, पृ. 17 2. वहीं, पृ. 17 3. वही, पृ. 17-18 4. वही, पृ. 18 5. वही, पृ. 18 6. वही, पृ. 19
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