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36 / भारत के दिगम्बर जैन तीर्थ (कर्नाटक)
गम्भीर हो जाती है। यह मूर्ति स्वप्न में भी दिखाई देती है।
मन्दिर के बाहर क्षेत्रपाल है और एक प्राचीन कुआँ है।
एक और जनश्रुति इस मन्दिर के लकी वृक्ष के सम्बन्ध में है । ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी के घर में कोई भुजंग (सर्प) आ जाए और यदि वह व्यक्ति उस समय तत्काल मन्दिर में आकर भगवान को नमस्कार करे और पद्मावती देवी से सम्बन्धित लकी वृक्ष की एक पत्ती लेकर अपने मकान में सामनेवाले भाग से प्रवेश करे तो घर के पिछवाड़े से चला जाता है।
इस स्थान से महाद्वार रोड होते हुए पुनः पूना-बंगलोर रोड पर पहुँचा जा सकता है।
उपर्युक्त भ्रमण-क्रम में हमने कमल बसदि को छोड़कर प्रमुख आठ मन्दिरों की यात्रा की। अब सभी 15 मन्दिरों के स्थान संक्षेप में इस प्रकार हैं-(1) किले में कमल बसदि, (2) शेट्टी गली में, (3) बसवान गली में, (4) शेरी गली में, (5) चिक्क बसदि, (6) हसूर में, (7) शाहपुर में, (8) टिलकवाड़ी में, (9) गोम्मटनगर में, (10) माणिकबाग बोडिंग में, (11) कुड्यी (बागलकोट रोड पर) में, (12) हलगा में, (13-14) अनगोल में दो मन्दिर और (15) गोआ रोड पर मजगाँव में। आसपास के गाँवों में भी जैन मन्दिर हैं । बेलगाँव से लगभग 30 कि० मी० की दूरी पर इब्राहिमपुर नामक गाँव, तालुक चन्द्रगढ़ (महाराष्ट्र), में भी बहुत-सी प्राचीन जैन मूर्तियाँ मिली हैं।
संस्थाएँ
बेलगाँव में दिगम्बर जैन संघ भी है । यहाँ जैनों द्वारा अनेक संस्थाओं का संचालन किया जाता है । बेलगाँव जनता शिक्षण समिति, बेलगाँव (पिन-590016) निम्नलिखित संस्थाएँ चलाती है-1. भरतेश होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, 2. भरतेश पॉलिटेकनिक, 3. भरतेश इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इन्स्टिट्यूट, 4. डॉ. चौगुले भरतेश हाईस्कूल, 5. इसी नाम का एक हाईस्कूल कुडत्ती गाँव में, 6. श्री जे. आर. डोड़नवार हाईस्कल, हलग, 7. भरतेश इंग्लिश मीडियम स्कूल, 8. श्रीमती माणिकबाई शारदा शिशु बिहार और 9. भरतेश इंग्लिश मीडियम के० जी० । . एक अन्य संस्था गोमटेश विद्यापीठ, गोमटगिरि बेलगाँव है। इसकी स्थापना मुनि भद्रबाहु ने की थी। इसके अन्तर्गत (1) गोमटेश पोलिटेकनिक, (2) गोमटेश हाईस्कूल और (3) गोमटेश इंग्लिश मीडियम स्कूल चलते हैं। __माणिकबाग दिगम्बर जैन बोडिंग हाउस, पूना-बंगलोर रोड, 590016 (टेलिफ़ोन नं. 22372) की चर्चा ऊपर की जा चुकी है।
ज्वालामालिनी श्राविकाश्रम, शाहपुर, बेलगाँव एक ऐसी संस्था है जिसमें चालीस छात्राओं के आवास की व्यवस्था है।
मौसम
बेलगाँव को गरीबों का शिमला कहा जाता है । यहाँ जून से फरवरी तक रातें ठण्डी होती हैं। जून, जुलाई और अगस्त में वर्षा भी खूब होती है।