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अनुक्रमणिका
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[खंड : १] आत्मा क्या होगा? कैसा होगा? १ जन्म में आत्मा यानी क्या?
१ ...और विधेयक रह गए आत्मा क्या होगा?
२ आत्मा के साथ... आत्मा जानो, ज्ञानी के पास से २ यहाँ पर तो एक अवतार की गारन्टी ३८ आत्मा के अस्तित्व की आशंका किसे?३ भ्रांति ही लाती है जन्म-मरण ३८ आत्मा की अस्ति ! कौन-से लक्षण से?५ डिस्चार्ज के समय, अज्ञानता से चार्ज ४० ...लेकिन वे लक्षण किसके? ६ कारणों के परिणामस्वरूप परिभ्रमण ४१
और आत्मस्वरूप के कौन-से गुणधर्म?७ जन्म परिभ्रमण तोड़ें 'ज्ञानी' सुख की पसंदगी, लेकिन जीव को ही ९ पंचेन्द्रियाँ, एक जन्म तक ही जहाँ पर लागणी होती है, वहाँ पर चेतन १० सूक्ष्म शरीर से संबंध कब तक? । ...लेकिन जिसे लागणी होती है, वह किस पर किसकी वणगणा पुद्गल !
११ आत्मा शुद्ध ही! बिलीफ़ ही रोंग ४८ निरंतर 'जानना', वह चैतन्य स्वभाव ११ वस्तुओं का आवन-जावन कैसा? ५० आत्मा, कैसा अनंत गुणधाम १२ जगत् में सबसे प्रथम तो... ५१ वे आत्मगुण कब प्रकट होंगे? १२ संयोगों में बिलीफ़ की आँटी कौन आत्मा पहचाना कैसे जाए? १३ निकाले? 'ज्ञानी' के परिचय से, अनंत शक्तियाँ इसीलिए ज्ञानियों ने कहा है,अनादि-अनंत५५ व्यक्त होती है
१३ सनातन की शुरूआत, वह क्या है? ५६ 'पटेल' पड़ोसी और 'खुद' 'परमात्मा' में १५ व्यवहार राशि की 'ज्यों की त्यों' व्यवस्था ५७ आत्मा : साकारी या निराकारी? १५ सृष्टि के सर्जन-समापन की समस्या ६० आत्मा, देह में कहाँ पर नहीं है? १८ यह रचना, खुद ही विज्ञान ६२ कहाँ मान्यता और कहाँ वास्तविकता २० रूपी तत्वों के रूप दिखें जग में ६३ भाजन के अनुसार संकोच-विकास जब देखोगे, तब ऐसे का ऐसा ही... ६४
२१ अनादिसांत से सादिअनंत की ओर ६५ मृत्यु के बाद पुन:प्रवेश संभव है? २३ जगत्-स्वरूप, अवस्थाओं का रूपांतर ६६ मृत्यु यानी क्या? मृत्यु के बाद क्या? २४ कुदरत की अगम्य प्लानिंग ६७ कुदरत के कितने ही एडजस्टमेन्ट्स २६ ...अंत में तो ज्ञानी की संज्ञा से ही हल ७२ ज़िन्दगी के सार के अनुसार गति २७ मोक्षप्राप्ति निश्चित, काल अनिश्चित ७४ मोक्ष की ज़रूरत तो किसे है? कि... २९ अहंकार को मोड़ना, वीतरागों की रीत ७५ ऐसे हैं नियम कुदरत के
३० आत्मज्ञान के बाद क्रमबद्धता ७७ पुनर्जन्म का 'प्रोसेस' कब तक? ३१ स्वभाव से ही ऊर्ध्वगामी! लेकिन कब? ७८ ...वही का वही चक्कर
३२ अधोगामी तो अहंकार के आधार पर ७९ योजना बनी, वही मूल कर्म ३३ मनुष्य जन्म के बाद वक्रगति आयोजन पूर्वजन्म का, रूपक इस ...तब मोक्ष में जाएगा
होता है
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