Book Title: Anuyogdwar Sutram Part 01
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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अनुयोगचन्द्रिका टीका सूत्र १३९ गणनानुपूर्वी निरूपणम्
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कान्ता पचानुपूर्वी तथा एतस्यामेव एकादिकायामेकोत्तरिकायां दशकोटिशतगच्छगतायां श्रेण्यामन्योन्याभ्यासो द्विरूपोनः - अनानुपूर्वी, व्याख्या पूर्ववत्
पूर्वानुपूर्वी, पश्चानुपूर्वी, अनानुपूर्वी (से कि तं पुण्वाणुपु०वी) हे भदन्त ! पूर्वानुपूर्वी का क्या स्वरूप है ?
उत्तर -- ( पुत्राणुपु०वी) पुर्वानुपूर्वी का स्वरूप इस प्रकार से है( एगो) एक (दस) दश (सयं) सौ (सहस्सं) हजार (दस सहरसाई) दश हजार (ससहरुलाई) लाख ( दससय सहरसाई) दश लाख (कोडी) करोड़ (दस कोडीओ) दस करोड़ (कोडीस) अर्थ, (दस कोडिसयाई) दस अर्थ (सेतं पुचाणुपुथ्वी) यह पूर्व प्रक्रान्त पूर्वानुपूर्वी है। (से किं तं पच्छाणुपु०बी) हे भदन्त ! गणनानुपूर्वी के भेद रूप पश्चानुपूर्वी का क्या स्वरूप है ?
उत्तर -- (पच्छाणुपुच्ची) पश्चानुपूर्वी का स्वरूप इस प्रकार से है । (दस कोडिसयाई जाव एगो) दस अर्ब से लेकर व्युत्क्रम से एक तक गिनना (सेतं पच्छा पुच्ची) सो पश्चानुपूर्वी है। (से किं तं अणाणुपुथ्वी) हे भदन्त ! अनानुपूर्वी का क्या स्वरूप है ? (अणाणुपुब्बी) अनानुपूर्वी का स्वरूप इस प्रकार से है -- (एयाए चेव एमाइयाए एगुत्तरियाए दस कोडिसच्याए सेदीए अन्नमन्नन्भासो दुरुवृणो) एक से लेकर
प्रश्न - ( से किं तं पुव्वाणुपुव्वी ? ) हे भगवन् ! पूर्वानुपूर्वानुं स्व३५ ठेवु छे? छत्त२ - (पुव्वाणुपुव्वी) पूर्वानुपूर्वी स्व३५ या अभार छे - ( एगो) मे४, (दस) हस, ( सयं) से।, (सहस्सं ) उन्नर, ( दससहरसाई) इस उमर, (सयसहरसाई) लाभ, ( दससय सहरसाई) इस साभ, (कोडी) 513, (दस कोडीओ ) इस रेड, ( कोडी सयं) अमन, (दस कोडीसयाई) हस भय, (से तं पुत्राणुपुब्बी) त्याहि ३ जना ४२वी तेनु' नाम पूर्वानुपूर्वी छे.
प्रश्न - (से किं तं पच्छाणुपुव्वी ?) हे भगवन् गणुनानुपूर्वीना जीभ लेह રૂપ પશ્ચાનુપૂર્વીનું સ્વરૂપ કેવુ' છે ?
€712-(953109831) 4ålgyál'g' 2934 zu usled 2-(zaistसयाई जाव एगो) इस अमन्यी सर्धने असा उभे सुधीनी गायुतरी
४२वी ( से तं पच्छागुपुत्री) तेनु' नाम पश्चानुपूर्वी छे.
प्रश्न-1
- ( से किं तं अणाणुपुब्वी ? ) हे भगवन् ! गणुनानुपूर्वीना भी लेह રૂપ અનાનુપૂર્વીનું સ્વરૂપ કેવુ છે ?
उत्तर- (अणाणुपुव्वी) मनानुपूर्वीनु स्वय या प्रकार छे - (एयाए चैव एगाइयाए एगुत्तरियाए दस को डिस्यगच्छनयाए सेढीए अन्नमन्नन्भासो दूरूवूण )
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