________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 4 परिणामिय निष्फन्ने, 1* अत्यिमामे खउबसमिए पारिणामिय निष्फन्ने // 17 // m कयरे से जामे उदहा उत्सम निप्फन्ने ? उदइए तिमणुस्से उवसंता कसाया एसणं से नामे उर या निष्फन्ने 2 कयरे से नामे उदईए खइय निष्फने ? उदइत्ति मणुस्ने खइयं सम्मतं, एसणं से नामे उदईए खयनिष्फन्ने, 3 कयरे से नामे उदइए खउसम निप्फन्ने ? उदइए तिमणुस्से खउवसमियाई, इंदियाई, एसणंसे नामे उदइए, खउवसम निप्फन्ने 4 कयरे से णामे अर्थ 1. क्षयोपशम पारिणामिक. // 17 // अब इन दशों का विवेचन करते हैं. अहो भगवन् ! जो उदयिक व उपशम निष्पन है वह कौनसा नाम है ? अहो शिष्य ! उदर भाव में मनुष्य मति और उपशप भान उपांत स्पाय है. इमलिये यही नाम औदाय: उपशम निष्पन कहा जाता है.5 TE परंतु यह भंग दिन दर्शन मात्र ही है क्यों कि दशेर मोहनीय कर्म की प्रकृति उपशम भाव में संभव ? हो सकती है परंतु पारिणामिक भाव इस में नहीं है इसलिये यह भंग केवल दिग दर्शन मात्र ही 13 इस प्रकार आगे भी जानना. प्रश्न-औदयिक और क्षायिक निष्पन्न नाम कौनसा है ? उत्तर मौदयिक भाव में मनुष्य गति है और क्षायिक निष्पन्न सम्यक्त्व है इसलिये इन से उत्पन्न हुए बौदायिक अनुयोगदार सूत्र-चतुर्थ मूल 48+ 418+ नाम विषय For Private and Personal Use Only