________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनुवादक बाल ब्रह्मचारी मुनि श्री अमोलक ऋषिजी किंतं इस्सरिय नामे ? इस्सरिय नामे ! इस्सरे, तलवरे, माडबिए, कोडाए, इभ सेट्टी, सत्थवाह,सेणावइ, से तं इस्सरिय नामे से कि त अवच्च नामे ? अबच्चनामे अरिहंत माया, चक्कवट्टीमाया. बलदेवमाया, वासुदेवमाया, रायमाया, मुणिमाया, गणंमाया, वायामाया, से तं अचनामे // से तं तातिए // 146 // से किं धातुए ? धातुए ! भू सत्तायाम् परस्मै भाषा. एध वृद्धौ, स्पर्ध संघर्षे गाधू बिंदूकारक. यह संयूग नाय हुवा. प्रश्न-ऐश्वर्य नाम किसे करते हैं ? उत्तर-ईश्वर, सलवर माईविक, कौटुम्बिक, सेठ. सेनापति सार्थवाह इत्यादि ऐश्वर्या नाम है. प्रश्न-अपत्य नाम किसे कहते हैं ! उत्तरअपत्य नाम उसे कहते हैं. कि जो पत्र के नाम से माता का नाम प्रसिद्ध हो जैसे तीर्थकर की माता. चक्रवर्ती की माता. बलदेव की माता, वासदेव की माता, राजा की माता, मुनि की माता, गण की माता बाचकाचार्य की माता. यह अपत्य नाम का कथन हुवा. वह तद्धित नाम का कथन हुवा. 146 / / प्रश्न-धातु कौनसे 2 हैं उत्तर-भू धातु विद्यमान अर्थ में हैं. उस के परस्मै भाषा में भवति. भातः, भवंति; भवास. भायः, भवथ; भवामि, भवावः भवामः ये रूप होते हैं, एध धातु वृद्धि अर्थ में * सर्व धातु संघर्ष अर्थ में होता है, गाधृ धातु प्रतिष्टा लिप्सा ( इच्छा ) व संवय अर्थ में होता है, और + बाधृ धातु पिलोकन अर्थ में होता है, इन के परस्मै पद आत्मने पद,सेट्, अनिट्. मकर्म का, अकर्मक और * माशक-राजाबरपुर माला सुखदेवसह यजी वालाप्रसादजी. For Private and Personal Use Only