________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनुवादकचालनमचारी मुनि श्री अमोलक ऋषिजी / उदईए खईए खउवसम निप्फन्ने, 5 कयरे से नामे उदईए खइए पारिणामिय निप्फत्ते ? उदईएत्ति मणुम्पे. खइयं सम्म, पारिणामिए जीवे, एसणं से नामे उदईए खईए पारिणा. मिय निफनो 6 कयरे से नामे उदईए, खउवसमिए परिणामिय निष्फत्ते ? उदइएनि मणरसे, खउवसमियाइं इंदियाई, पारिणानिए जीवे एस 'म नाने उताए, खउवसलिए परिणामिय निप्पन्न, 7 कयरे से नामे उस मिर खडए खउवमम निप्फन्ने उरसंला कसाया, खइयं सम्मत्त खउव म समियाइं इंदियाई एसणं सेनामे उवसमिए खइए खउवत्तम निप्फन्ने. 8 क.यरे सेनाने इन का नाय औ दिन लागि, म क्षयोपशमिक रचा गया है, 5 प्रश्न-ओदयिक क्षायिक व परिणामिक निष्पन्न नाम कैस होता है? उनर-दर मनुष्य गति, सायिक सम्यक्त्व और पारिकि जीव है. E इस रिय औदविक क्षायिक व पारिणामिक निष्पन नाम कहा गया है. 5 प्रश्न-भादायक योपासक पारिणापिक निष्पन्न नाम कौन है? जा-उदय गाय गो, क्षयंपनर इन्दिर और परि. जामिक जीव है; इम लिये उदय भयोपश। पारिवाधिक निष्पा नाम कहा गया है. शपिक क्षायिक क्षयोपशमनियन नाम कैसे कहा? उत्ता-उपशांत कषाय,शायिक सम्यक्त्व और क्षयोपशम इन्द्रिय है, इस लिये औपशमिक क्षायिक क्षयोपशम निष्पन नाम कहा है. 8 प्रश्न-औपशमिक क्षायिक व पारि प्रकाशक-रानाबहादुर लाला सुखदवसहायजी ज्वालामादमी" For Private and Personal Use Only