Book Title: Uttaradhyayan Sutra Part 01
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
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२६१
विषय
पृष्ठ | क्रं. विषय सभिक्षु नामक पन्द्रहवां २५६. छठा ब्रह्मचर्य समाधि स्थान -.. - अध्ययन २६१-२७१
पूर्वकृत भोग स्मृति संयम २४३. भिक्षुत्व की चौभंगी .
| २६०. सप्तम ब्रह्मचर्य समाधि स्थान - २४४. सद्भिक्षु के लक्षण
२६२
प्रणीत आहार त्याग २४५. विविध विद्याओं से आजीविका न -
| २६१. आठवां ब्रह्मचर्य समाधिस्थानकरने वाला .. २६५
अति भोजन त्याग २४६. मंत्रादि से चिकित्सा निषेध । २६६
| २६२. नवम ब्रह्मचर्य समाधि स्थाम२४७. गृहस्थों से अति परिचय का निषेध २६७ __ विभूषा त्याग .. २४८. रागद्वेष-त्याग
२६८
२६३. दसवाँ ब्रह्मचर्य समाधि स्थान - २४६. नीरस आहारादि की निन्दा न करने वाला २६६ पंचेन्द्रिय विषय संयम २५०. उपसंहारं
- २७१ | २६४. प्रथम बाड़ (गुप्ति) - ... - ब्रह्मचर्य-समाधि स्थान नामक
विविक्त शयनासन .. सोलहवाँ अध्ययन २७२-२६२
| २६५. द्वितीय बाड़ - स्त्री कथा वर्जन, २८६ २५१. ब्रह्मचर्य समाधि स्थान
२६६. तीसरी बाड़ - २५२. ब्रह्मचर्य समाधि स्थानों की जिज्ञासा २७४
स्त्री के साथ एकासन निषेध २८६ २५३. जिज्ञासा का समाधान
२६७. चतुर्थ बाड़ - सा का समाधान . . २७४ २५४. प्रथम ब्रह्मचर्य समाधि स्थान -
- अंग-प्रत्यंग-प्रेक्षण निषेध २८७ . विविक्त शयनासन सेवन
२६८. पांचवीं बाड़ - २५५. द्वितीय ब्रह्मचर्य समाधि स्थान
वासनावर्द्धक शब्दादि श्रवण निषेध २८७ स्त्रीकथावर्जन
२७७ / २६६. छठी बाड़ - २५६. तृतीय ब्रह्मचर्य समाधि स्थान -
पूर्वानुभूत भोगों के स्मरण का निषेध २८८ एक आसन वर्जन
२७८ | २७०. सातवीं बाड़ - २५७. चतुर्थ ब्रह्मचर्य समाधि स्थान -
विकार वर्द्धक आहार निषेध २८८ स्त्री अंगोपांग अदर्शन
२७६ | २७१. आठवीं बाड़ - २५८. पंचम ब्रह्मचर्य समाधि स्थान -
मात्रा से अधिक आहार का निषेध २८८ . : श्रुति संयम
२८० | २७२. नौवीं बाड़ - विभूषा त्याग २८६
२७३
२७५/
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