Book Title: Swatantrata ke Sutra Mokshshastra Tattvartha Sutra
Author(s): Kanaknandi Acharya
Publisher: Dharmdarshan Vigyan Shodh Prakashan
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D. अन्य कर्मों का द्रव्य विभाग स्थिति के अनुसार 24. पुण्य प्रकृतियाँ 25. पाप प्रकृतियाँ
अध्याय 9.
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पृ.सं.
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1. संवर का लक्षण 2. संवर के कारण 3. निर्जरा और संवर का कारण 4. गुप्ति का लक्षण व भेद 5. समिति के भेद 6. दस धर्म 7. बारह अनुप्रेक्षायें 8. परिषह सहन करने का उपदेश 9. बाईस परीषह 10. किस गुणस्थान में कितने परिषह होते हैं? 11. एक साथ होने वाले परिषहों की संख्या 12. पाँच चारित्र 13. निर्जरा तत्व का वर्णन - बाह्य तप 14. आभ्यन्तर तप 15. प्रायश्चित के नौ भेद 16. विनय तप के चार भेद 17. वैय्यावृत्य तप के दस (10) भेद 18. स्वाध्याय तप के पाँच (5) भेद 19. व्युत्सर्ग तप के दो भेद 20. ध्यान तप का लक्षण 21. ध्यान के भेद 22. आर्तध्यान का लक्षण एवं भेद 23. गुणस्थानों की अपेक्षा आर्तध्यान के स्वामी
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