Book Title: Mulachar Author(s): Manoharlal Shastri Publisher: Anantkirti Digambar Jain GranthmalaPage 26
________________ गाथा पृ.सं. गा.सं. | गाथा पृ.सं. गा.सं. णिरिएसु असुहमेयं २६५। ७२० | गंदीसरो य अरुणो ३७९।१०७५ णाणवरमारुदजुदो... २७३। ७४७ णिच्चिदरसादुसत्तय ३८८।११०४ णिज्जरियसव्वकम्मो २७४। ७४९ णिरयेहिं णिग्गदाणं । ४०६।११६१ णिस्सेसदेसिदमिणं... २८१। ७७१ | णिव्वुदिगमणे राम ४१२।११८१ णिग्गंथमहरिसीणं... २८२। ७७२ / णाणस्स दंसणस्स य ४२५।१२२२ णिम्मालियसुमिणा वि य २८२॥ ७७४ णिहाणिद्दापयला ... ४२६।१२२५ णिक्खित्तसत्थदंडा २९२। ८०३ | |णिरयाऊ तिरियाऊ ४२७४१२३० णवकोडीपरिसुद्धं ... २९४। ८११ णवि ते अमित्थुणतिय २९६॥ ८१७ तिविहं भणियं मरणं २॥ ५९ णय दुम्मणा ण विहला ३०३। ८४० | तित्थयराणं पडिणीउ ३१॥ ६६ णडभडमल्लकहाओ ३०८। ८५६ तिणकटेण ब अग्गी રૂગ ૮૦ णिचं च अप्पमत्ता ३१०। ८६२ | तम्हा चंदयवेज्झ ... ण च एदि विणिस्सरिदु ३१५। ८७६ तेल्लोकपुज्जणीए ... ५७॥ १२२ णिट्ठविदकरणचरणा ३१८। ८८५ तुज्झं पादपसाए ... ६७॥ १४६ णिज्जावगो य णाणं ३२३। ८९८ | तवसुत्तसत्तएग ६८। १४९ गाणं पयासओ तवो ३२३। ८९९ तत्थ ण कप्पइ वासो ७० १५५ णाणं करणविहीणं ... ३२४। ९०० तार्सि पुण पुच्छाओ ८०। १७८ णय होदि णयणपीडा ३२८। ९१३ तरुणो तरुणीए सह ८०। १७९ ण हु तस्स इमो लोओ ३३३। ९२९ तिण्णि व पंच व सत्त ८६। १९४ णवकोडी पडिसुद्धं ३३८। ९४४ तिहुवणमंदिरमहिदे ८८। १९८ णिवदिविहूणं खेत्तं ३४०। ९५१ तसथावरा य दुविहा ९८ २२७ णो कप्पदि विरदाणं ३४०। ९५२ ते पुण धम्माधम्मा १००। २३२ णाणविण्णाणसंपण्णो ३४५। ९६८ तिविहा य होइ कंखा १०५। २४९ णि जिणेहि णिचं ३४॥ ९७२ | तं पढिदुमसज्झाए ११६। २७८ णिस्संगो णिरारंभो ३५५।१००० तेसिं चेव वदाणं ... १२२॥ २९५ णामेण जहा समणो ३५६।१००१ तेसिं पंचण्हं पिय ... १२३॥ २९६ ण सद्दहदि जो एदे ३५९।१०११ | तविवरीदं मोसं ... १२८। ३१४ णिक्खित्तु बिदियमेत्तं ३६७।१०३७ | तम्हा चेट्ठिदुकामो... १३४। ३३०Page Navigation
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