________________ सिद्ध-सारस्वत आशीर्वाद जिनवाणी का गहन अध्ययन कर ग्रन्थ लेखन, पत्र-सम्पादन, आलेख प्रस्तुतियों, व्याख्यानों के आदि माध्यम से श्रुत की प्रभावना करने वाले विद्वानों का सम्मान होना ही चाहिये। आज आप लोगों ने बताया कि प्रो. डॉ. सुदर्शन लाल जी का अभिनन्दन ग्रन्थ प्रकाशित किया जा रहा है, मेरा उन्हें आशीर्वाद है वे सच्चे देव-शास्त्र गुरु की प्रभावना करते रहें तथा एकान्तवाद और छद्म-अध्यात्म से भोले श्रावकों को बचायें। परम पूज्य मुनिपुंग व श्री 108 सुधासागर जी महाराज मंगल कामना बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रो. सुदर्शन लाल जैन से जबलपुर में साक्षात्कार हुआ था। आप बड़े विनम्र, मुनिभक्त तथा सरलप्रकृति के हैं। जैनधर्म एक उत्कृष्ट धर्म है, वैज्ञानिक है। आप जैसे विद्वान् इस धर्म की उत्कृष्टता और वैज्ञानिकता को विश्व स्तर पर प्रसारित करें। आप सम्यक्त्व के शिर पर विराजमान हों ऐसी मंगल कामना है। सम्यक्त्व के बिना मनुष्य जन्म लेना निरर्थक है क्योंकि - नरत्वेऽपि पशूयन्ते मिठत्यात्वग्रस्तचेतसः। पशुत्वेऽपि नरायन्ते सम्यक्त्वव्यक्तचेतनाः।। 'आपका ज्ञान सम्यग्ज्ञान बने तथा सम्यक्चारित्र की ओर कदम बढ़े' यही हमारा आशीर्वाद है। प. पू. मुनिश्री108 योगसागर जी महाराज