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पुण्य-पाप कुलकम्
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बराणवे कोटि, उनसाठ लाख, पच्चीस हजार नौ सौ पच्चीस ऊपर एक पल्योपम के नौ भाग करे ऐसे एक तृतीयांश सहित आठ भाग (+) (६२५६ २५९२५) (+3) पल्योपम जितना देवगति का आयुष्य एक दुघडिये के सामायिक में जीव बांध सकता है ॥ ७॥ वाससये घडियाणं,
लक्खा इगवीस सहस तह सट्टी। एगा वि श्र धम्मजुश्रा, ___जइ ता लाहो इमो होइ ॥८॥ छायाल कोडी गुणतीस,
लक्ख छासठठी सहस्स सयनवगं । तेसठ्ठी किं चूणा,
सुराउ बंधेइ इग घडिए . ॥१॥ एक सौ वर्ष में घडियां इक्कीस लाख साठ हजार होती है उसमें से एक घडी भी धर्मयुक्त व्यतीत हो तो सैतालीस कोटी उनतीस लाख, छासठ हजार नौ सौ और तिरसठ पल्योपम में कुछ कम जितना देवगति का आयुष्य का बन्ध होता है एक घडी भर की समता के कारण ॥८॥६॥