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[ ४ ] तप की पूर्णाहुति के पारणे
(१) कार्तिक शुक्ला २ मंगलवार के दिन प. पू. आ. श्रीमद्विजय सुशीलसूरीश्वरजी म.सा. की ४१ वीं श्री वर्द्धमानतप ओली की पूर्णाहुति के पारणे के प्रसंग पर शा. टीमचन्द धुलाजी के वहां पर चतुर्विध संघ सहित प. पू. आ. म. सा. पधारे एवं मंगलिक प्रवचन सुनाया । ज्ञानपूजन के पश्चात् वहां पर प्रभावना हुई ।
(२) प. पू. आ. श्रीमद्विजय विकासचन्द्रसूरिश्वरजी म. सा. ने भी पञ्चस्थानमयसूरि मन्त्र की पहली और दूसरी ओली विधि पूर्वक पूर्ण करके पारणा किया ।
(३) पू. मुनिराज श्री शालिभद्रविजयजी म. सा. ने भी श्रीवर्द्धमान तप की ११ वीं और १२ वीं ओली विधिपूर्वक पूर्ण करके पारणा किया ।
उस दिन उमेदपुर से श्री पारसमलजी भंडारी उमेदपुर श्री जैनवालाश्रम की बेन्ड युक्त संगीत मण्डली लेकर आये और व्याख्यान में संगीत का प्रोग्राम किया। दोपहर में पूजा का कार्यक्रम चालू रहा ।