Book Title: Kulak Sangraha
Author(s): 
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandir

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Page 283
________________ ४५ (२३) लास का गुडा: द्वि. जेठ वद २ शनिवार दिनांक ३१-५-८० को शा. देवीचन्द मगनाजी धणी की ओर से धणी से पूज्यपाद गुरुभगवन्त तथा चतुर्विध संघ के साथ लास का गुडा जाने का कार्यक्रम रखा था । वहां उनकी ओर से श्री पार्श्वनाथ भगवान के १०८ अभिषेक, तथा स्वामीवात्सल्य रखा गया था । उस समय वहां के साधरण खाते में पूज्य श्री के उपदेश से करीब आठ हजार की टीप हुई। ( २४ ) खिमाडा : प. पू. आ. म. सा. की शुभ निश्रा में शा. भबूतमल अमीचन्दजी की ओर से श्री बालदा नाकोडा की बस यात्रा के उपलक्ष में द्वि. जेठ वद ५ मंगलवार दि. ३-६-८० को श्री ऋषि मंडल महापूजन पढाया गया। स्वामीवात्सल्य भी हुआ। (२५) शिवगंज : विक्रम सं० २०३० वैशाख-६ को पूज्यपाद श्री की निश्रा में पीपलीवाली धर्मशाला के पास स्थित श्री मुनिसुव्रतस्वामी जिन प्रासाद में श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ चिंतामणी पार्श्वनाथ आदि मूर्ति एवं श्री अन्तरीक्ष पार्श्वनाथ तथा श्री नागेश्वर पाश्वनाथ भगवान की काउस्सग्ग अवस्था में ध्यानस्थ मृत्तिं आदि की प्रतिष्ठा हुई थी।

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