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क सद् गुरुवे नमः
जैनधर्मदिवाकर राजस्थानदीपक-मरुधरदेशोद्धारक पूज्यपाद् आचार्यदेवश्रीमदविजयसुशीलसूरीश्वरजो म. सा० का विक्रम संवत् २०३५ की साल में गुडाषालोतान में परमशासनप्रभावना पूर्वक किया गया चातुर्मास का संक्षिप्त वर्णन ।
चातुर्मास प्रवेश, आचार्यपदप्रदान तथा ध्वजारोहण
[१] गत वर्ष अगवरी में चिरस्मरणीय अभूतपूर्व चातुमास सुसम्पन्न करके पाली-खौड़ विगमी-चाणोद-भानपुरावराडा आदि स्थलों में महोत्सव तथा सादडी में अंजनशलाका--प्रतिष्ठा तथा बाली-ढीकोड़ा वरमाण-मंडार-सोल्दरवलदरा आदि क्षेत्रों में प्रतिष्ठा महोत्सव आदि कार्य सुसम्पन्न करके आषाढ़ शुद १० गुरुवार दिनांक ५-७-७६ के दिन अगवरी से विहार कर गुडावालोतान नगर में चातुर्मास के लिए भव्य स्वागत पूर्वक ५० पू० आचार्य महाराजे उपाध्याय आदि परिवार युक्त प्रवेश किया । अनेक गहुँलीओ हुई ।