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मेघराज, रतनचन्द, अम्बालाल, रमेशकुमार, सुरेशकुमार, अशोककुमार, राजेशकुमार बेटा पोता शा. मनरुपजी केनाजी गोत्र तोगाणी की तरफ से हुई। आश्विन (भाद्रपद) कृष्णा शनिवार दिनांक १५-९-७९ को
प. पू. आचार्य श्रीमद् विजयमंगलप्रभसूरीश्वरजी म. सा. की आज्ञानुवर्तिनीपू साधीजी सुशीलाश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वीजी भक्तिश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वी ललितप्रभाश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वी स्नेहलताश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वी भव्यगुणाश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वी दिव्यप्रज्ञाश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वी शीलगुणाश्रीजी म. ने की हुई अट्ठाई तप की तपश्चर्या निमित्त पू. साध्वी भाग्यलताश्रीजी के सदुपदेश से श्री पार्श्वनाथ पञ्चकल्याणक की पूजा, प्रभावना, आंगी, भावना शा. रीखवचन्दजी बापालाल, कान्तिलाल बेटा पोता खुमाजी लासवाला [हाल गुला वाला] की ओर से हुई । आश्विन भाद्रपद कृष्णा ११ रविवार दिनांक १६-६-७९ को . ज्ञानावरणीयकर्मनिवारण की पूजा, प्रभावना, आंगी, भावना, मिश्रीमल, जयन्तीलाल, मोहनलाल, दिनेशकुमार, राजेशकुमार, कीर्ति कुमार, किरणकुमार बेटा पोता भीक्खाजी अतमाजी की ओर से हुई।