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१७ प्रकार जीव अल्प बहुत्व गर्भित स्तवनम ( २२६ )
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ऊत्तर दक्षिण एम अधिक अधिक कह्या,
नगर अधिक छइ अनुक्रमइ ए॥१६॥ पूरब पश्चिम सम बेउ ज्योतिषी,
देवता थोड़ा ते दीपइ रहइ ए । दक्षिण अधिक विमान कृष्ण पक्षी बहु,
___ अधिक तिण अरिहंत कहइ ए ॥१७॥ उत्तर अधिक विशेष मान सरोवर, .
क्रीड़ा करण आवइ इहां ए। देखी मच्छ विमान जाति स्मरण,
नियाणउ करि हुइ तिहां ए ॥१८॥ प्रथम चार देवलोक ते थोड़ा कह्या,
पूर्व पच्छिम सरखा सह ए। उत्तर अधिक विमान पुष्पावकीरण,
दक्षिण कृष्ण पक्षी . बह ए ॥१६॥ पांचमा थी आठ सीम थोड़ा तिहुँ दिशे,
तिहां विमान सरिखा कह्या ए। दक्षिण अधिका देव कृष्ण पक्षी बहु,
समकित धारी सद्दह्या ए ॥२०॥ ऊपरलै देवलोक सर्वार्थ सिद्ध सीम,
चिहुँ दिशि सरखा देवता ए।
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