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कर लेवें (लालचंदजीसे) पुरूष्कारीका क्या इन्तजाम किया ? __लाल०-सेवासमितिको आमंत्रण देदिया है. अब इसके लिये फिक्र करने की जरूरत नहीं रहती.
सेठ०-तीन बजने आये है सब थोडीही देर में भोजन करनेवाले है. वास्ते समिति वालोंको तो जलदी आना चहिये. • लाल-अभी आतेंही होगे ( सामने देखकर ) लिजीये साहब! प्रेसीडन्ट साहब तो आगये !
प्रेसी०-क्यों साहब ! क्या है ?
लाल०-सेठसाहब फरमाते है कि तीन बजने आये है और सेवासमितिवालें तो आये नहीं. मैं आपकी पेरवी करता था, इतने में तो आप पधारही गये.
प्रेसी०-दसपंदरह मिनीटमें तमाम वोलंटीयर हजिर होजावेंगे
सेठ-(लालचंदजीसे) वोलंटीयरोंको सर्व प्रथम खानां खिला देना चाहिये.
प्रेसी०-(सेठ सा० से) वोलंटीयरोंको सर्व प्रथम खानां खिलाने की कोई आवश्यकता नहीं है.
सेठ०-भोजनके लिये आनेवालोंकों कुछ वक्त लगेगा. सबब कि इन लोगोंकों निबटाही देना ठीक होगा इनके पत्तल 'स्थालीयां लगवा दिये जावे (सेठ सा. के कहने मुआफिक इन्तजाम हो जाता है) आधे कलाकमें वोलंटीयर लोग अपना भोजन खतम कर देते है, और एकके बाद एक आकर प्रेसीडन्टके समक्ष आ उपस्थित होते है ! प्रेसीडन्ट तमाम वोलंटी
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