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अष्टम प्रकरण
पिण्डनियुक्ति - भाष्य
पिण्डनियुक्ति-भाष्य' में निम्न विषयों का संक्षिप्त व्याख्यान है : 'गौण' शब्द की व्युत्पत्ति, 'पिण्ड' का स्वरूप, लौकिक और सामयिक की तुलना, पिण्डस्थापना के दो भेद: सद्भावस्थापना और असद्भावस्थापना, पिण्डनिक्षेप और वातकाय, आघाकर्म का स्वरूप, अधः कर्मताहेतु, विभागौदेशिक के भेद, मिश्रजात का स्वरूप, स्वस्थान के स्थानस्वस्थान, भाजनस्वस्थान आदि भेद, सूक्ष्म प्राभृतिका के अपसर्पण और उत्सर्पण रूप दो भेद, विशोधि और अविशोधि की कोटियां, चूर्ण - का स्वरूप व तत्सम्बन्धी दो क्षुल्लकों का दृष्टान्त । २
१. नियुक्ति - भाष्य - मलयगिरिविवृत्तियुक्त - प्रकाशक : देवचन्द्र लालाभाई जैन पुस्तकोद्धार, बम्बई, सन् १९१८.
२. भाष्यगाथा १-४६.
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