Book Title: Viroday Mahakavya Aur Mahavir Jivan Charit Ka Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Kamini Jain
Publisher: Bhagwan Rushabhdev Granthmala
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38 वीरोदय महाकाव्य और भ. महावीर के जीवनचरित का समीक्षात्मक अध्ययन वर्द्धमान (महाकाव्य)
अनूप कवि द्वारा हिन्दी भाषा में लिखा यह प्रथम महाकाव्य है। ये दिगम्बर परम्परा से प्रभावित हैं। . जैनधर्म का मौलिक इतिहास
इसके लेखक आचार्यश्री हस्तीमल, महाराज हैं। इसमें इन्होंने मुनिश्री कल्याणविजय जी के "श्रमण भगवान महावीर" का विशेष रूप से अनुशरण किया है। विश्वज्योति महावीर
- विश्वज्योति महावीर, श्री उपाध्याय अमर-मुनि की अनुपम कृति है। इसमें जीवन, चरित-प्रधान नहीं, विचार-प्रधान है। सन्दर्भ - 1. मुक्तिकमल नैन मोहनमाला, कोठीपोल, बड़ोदरा । 2. गुजरात विद्यपीठ, नवजीवन कार्यालय, अहमदाबाद ।