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छठा अध्याय
साहित्यिक दशा साहित्यिक भाषा-शुंग और काण्व राजाओं के समय में संस्कृत साहित्य-आन्ध्र-वंशी राजाओं के समय में प्राकृत साहित्य-कनिष्क के समय में संस्कृत साहित्य-ज्योतिष शास्त्र की उन्नति-अन्य शास्त्रों के ग्रंथ ।
पृष्ट ३३० से ३४४ सातवाँ अध्याय
शिल्प कला की दशा अशोक के बाद शिल्प-कला में परिवर्तन-गान्धार मूर्तिकारीबुद्ध और बोधिसत्व की मूर्तियाँ-बुद्ध के जीवन की प्रधान घटनाएँस्वदेशी कुषण-मूर्तिकारी की विशेषताएँ। पृष्ठ ३४५ से ३५४
पाठवाँ अध्याय बौद्ध धर्म का ह्रास और पौराणिक धर्म का विकास । पृष्ठ ३५५से३६० उपसंहार
पृष्ठ ३६१ से ३६६
परिशिष्ट परिशिष्ट (क)-चार बौद्ध महासभाएँ पृष्ठ ३६७ से १७. परिशिष्ट (ख) बुद्ध का निर्वाण काल पृष्ठ ३७० से ३०॥ परिशिष्ट (ग) बौद्ध काल के विश्वविद्यालय तक्षशिला-विश्वविद्यालय-नालन्द विश्वविद्यालय ।
पृष्ठ ३७१ से ३७९ परिशिष्ट (ब)-बौद्ध -कालीन घटनाओं की समय-तालिका
पृष्ठ ३८० से ३८२ ग्रंथ-सूची
पृष्ठ १ से ८
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