________________ 106 4 तपस्या विधि पंचरंगी तप विधि इस तप में 25 पुरुष अथवा 25 स्त्रियां होती हैं। पहले दिन-पांच जणा पांच उपवास करें, उस दिन 'मतिज्ञानाय नमः' इस पद की वीस नोकरवाली गिने और खमासमण साथिया काउस्सग्ग लोगस्स 28, तथा प्रदक्षिणा 28, और 28 श्रीफल चढावे / . दूसरे दिन-दूसरे पांच जणा चार उपवास का पञ्चक्खाण करे, उस दिन 'श्रुतज्ञानाय नमः' इस पद की 20 माला गिने, खमासमण साथिया काउसग्ग लो० 14 का करे / तथा प्रदक्षिणा 14 देवे, 14 श्रीफल चढावे / तीसरे दिन-पांच जणा तीन उपवासका पञ्चक्खाण करे, 'अवधिज्ञानाय नमः' इस पद की 20 नोकरवाली गिने, खमासमण साथिया काउसग्ग लोगस्स 6 करे तथा प्रदक्षिणा 6 देवे, श्रीफल 6 चढावे / चोथे दिन-पांच जणा दो उपवासका पञ्चक्खाण करे, 'मनःपर्यवज्ञानाय नमः' इस पद की 20 माला गिने खमासमण साथिया काउसग्ग लोगस्स 2 करे प्रदक्षिणा 2 तथा श्रीफल 2 चढावे / पांचवे दिन-पांच जणा एक उपवास करे, 'केवलज्ञानाय नमः' की 20 माला गिने, खमासमण साथिया लोगस्स 1 प्रदक्षिणा 1 श्रीफल 1 चढावे / इन पांचों दिनों में ज्ञानपद