________________ श्रीजैनज्ञान-गुणसंग्रह रुपया में चौमुखजी में पहला बिंब स्थापित करने का आदेश मुंहता हीराजी, सिरेमल, रिखबदास, सुखराज, आईदानमल मिश्रीमल, फूलचंद,पारसमल, मुंहता जसाजी के बेटों पोतों ने लिया / 751) रुपया में चौमुखजी में दूसरा बिंब स्थापित करने का आदेश लूणिया मुंहता भूताजी दानाजी ने लिया / 551) रुपया में चौमुखजी में तीसरा बिंब स्थापित करने का आदेश सूजाणी सा० उमाजी प्रेमचंद हुनरमल सूजाणी प्रतापजी के बेटों पोतों ने लिया / 551) रुपया में चौमुखजी में चतुर्थ बिंब स्थापन करने का आदेश जीरावला सा० तिलोकचंद, मिश्रीमल, देवीचंद सा० किसनाजी के बेटों पोतोंने लिया। 825) रुपया में गभारे के अंदर खत्तक (आले) में बिम्ब स्थापन करने का आदेश मुंहता अनाजी, मेघाजी, देवाजी, गणेशमल, हरखचंद, मिश्रीमल, सुखराज, सिरदारमल, वस्तीचंद- सांकलचंद, मुंहता हिन्दुजी के बेटों पोतोंने लिया। 651) रुपया में गभारे के अंदर दूसरे खत्तक (आले) में बिम्ब स्थापन करने का आदेश सा० मगाजी, सेदाजी,