________________ श्रीजैनज्ञान-गुणसंग्रह 451 इसी प्रकार प्रतिष्ठाओं में खर्च के भी अनेक मद्द होते हैं जैसे 1 भोजन, 2 सामग्री जुडाना, 3 पूजापा, 4 प्रतिष्ठा मंडप, 5 भोजनमंडप, 6 कीर्तिदान आदि। इन सब में भोजन खर्च सब से आगे निकलता है। शेष उक्त और अनुक्त अनेक कामों में हजारों रुपया खर्च होता है। पिछले पच्चास वर्ष के अंदर होने वाली मारवाड की अंजनशलाकाओं में गोल की अंजनशलाका जैसे अपना अग्रस्थान रखती है वैसे ही इस के आय व्यय भी अपना खास स्थान रखते हैं / गोल की अंजनशलाका में कुल उपज चारों मद्दों से नीचे लिखे मुजब हुई। 42611) बयालीस हजार छः सौ ग्यारह रुपया चैत्रशुदि 10 के दिन बोले गये 11 नौकारसियों के चढावों के हुए। . 21945) इक्कीस हजार नौ सौ पैंतालीस रुपया ग्यारह दिन के वरघोडों (जुलूमों) में बोले गये चढावों के हुए। 36187) छत्तीस हजार एक सौ सत्तासी रुपया वैशाख शुदि ... 4 को रातसमय में बोले गये धजा, दंड, कलश, बिम्बस्थापनादि के चढावों के हुए। 9000) नौ हजार रुपया टीका के मंडे /