________________ . . 108 4 तपस्या-विधि . 9 एक घीका दूसरा जलका दो बरतन कपडे से ढंक कर बालक के पास कपडा दूर करवावे, याने दो बरतनों में से एक बरतन खुला करवावे, घी आवे तो एकासणा और जल आवे तो आंबिल करे / 'श्रीमुनीश्वराय नमः' नो०, 20, ख० सा० लो० 13 / 10 आंबिल' (सिर्फ खाखरे खाना) 'श्रीअक्षयनिधिनाथाय नमः' नो० 20, ख० सा० लो० 12 / चोईस तीर्थंकरों के कल्याणक देखने का कोष्ठक कार्तिक वदि शुदि तीर्थंकर तिथि कल्याणक * मतान्तरेण तिथि वदि 5 केवलज्ञान 22 वदि 12 च्यवन 6 , 12 जन्म , 13 . दीक्षा (12) w मोक्ष (2) शुदि 3 केवल , 12 केवल मगसिर वदि शुदि तीर्थकर कल्याणक वदि 5 जन्म 1 दसरी विधिमें ५वां एक कवल, ६ठा एकलठाणा ७वां एकदत्ती, ८वां आयंबिल, ९वां एकघरा और १०वां लूखीनिवी, इस प्रकारसे तप लिखे हैं। तिथि