________________ - 3 स्तवनसंग्रह प्रभु पूजा गायन भर लावो रे कटोरा केसर का, नव अंग पूजो परमेश्वर का / भरा . असल कस्मीरी केसर मंगाया, कीच बनाया कीस्तूरी का / भर० // 1 // सती द्रौपदी चंदण चयों, ज्ञान सुणो सूत्र ज्ञाता का / भर० // 2 // नर नारी मिल मिल के पूजो, ज्युं सुख पावो मुक्ति का / भर० // 3 // आज आनंद मोए हर्ष वधावो, ज्ञान चाकर प्रभु चरणों का। भर लावो रे कटोरा केसर का // 4 // प्रभु भक्ति उपदेश पद ध्यान में जिन के सदा, लयलीन होना चाहिये / ज्ञान गुन ज्ञान शैली, परवीन होना चाहिये / ध्यान॥ राह संयम की पकड, कल्याण की सूरत मिले। काल गफलत में सज्जन, नाहक न खोना चाहिये। ध्यान में० // 1 // धर्म खेती किया चाहे, जमीन कुं साफ रख / .