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अचालक
अचालक-सं० (पु०) जिससे होकर बिजली की तरंग न जा सके
अचाह - I (स्त्री०) चाह का अभाव II (वि०) निष्काम अचिंत-सं० (वि०) चिंता रहित
अचिंतनीय-सं० (वि०) 1 जिसका चिंतन या बोध न हो सके 2 अप्रत्याशित
अचिंतित सं० (वि०) जो सोचा न गया हो अचिंत्य-सं० (वि०) 1 अज्ञेय 2 अचिंतनीय अचिकित्स्य-सं० (वि०) असाध्य (रोग) अचिकीर्षु-सं० (वि.) आलसी अचित्-सं० (वि०) अचेतन अचितवन- (वि०) अपलक
अचिति-सं० (स्त्री०) 1 अविचार 2 असंग्रह अचित्त-सं० (वि०) 1 अज्ञान न सोचा हुआ
अचित्ति-सं० (वि०) ज्ञानाभाव
अचिर - 1 सं० (अ० ) कुछ ही पहले II (वि०) नया, अस्थायी मृत (वि०) हाल ही का मरा हुआ अचिरात्, अचिरेण-सं० ( क्रि० वि०) तत्क्षण, तुरंत अचीर-सं० (वि०) निर्वस्त्र
अचूक - (वि०) 1 (निशाना) जो न चूके 2 अमोघ 3 निश्चित अचेत सं० (वि०) 1 जड़ 2 बेहोश 3 असावधान अचेतन-सं० (वि०) 1 अज्ञानी 2 निर्जीव 3 संज्ञाशून्य, बेहोश अचेतनक-सं० (पु० ) अचेतन करनेवाला
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अचेतनीकरण-सं० ( पु० ) सुन्न करना
अचेतावस्था-सं० (स्त्री०) बेहोशी की स्थिति अचेष्ट-सं० (वि०) 1 बिना प्रयत्न के 2 गतिहीन 3 चेष्टारहित अचैतन्य - I सं० (वि०) चेतना रहित II (पु० ) जड़ पदार्थ अचैतिकी -सं० (स्त्री०) अचेतन या सुत्र करने का विज्ञान अचैन- (वि०) बेचैन या व्याकुल
अचैना - (पु०) चारा काटने का लकड़ी का कुंदा अच्छा - (वि०) 1 भला 2 उचित 3 सुंदर 4 सकुशल 5 संपन्न 6 कामचलाऊ । खासा + अ० (वि०) बहुत अच्छा; --पन (पु० ) सुंदरता; ~ बिच्छा (वि०) अच्छा भला अच्छाई - (स्त्री०) भलापन, खूबी, गुण अच्छिद्र-सं० (वि०) 1 छिद्र रहित 2 निर्दोष अच्छिन्न-सं० (वि०) 1 अखंडित, समूचा 2 अविभक्त । ~पत्र (वि०) सदाबहार
अच्छे- (वि०) भले
अच्छेद्य-सं० (वि०) जिसका छेदन न हो सके अच्युत - I सं० (वि० ) 1 अटल 2 स्थिर II ( पु० ) परमात्मा, विष्णु
अच्युतांगज - ( पु० ) मन्मथ, कामदेव अछरौटी - ( स्त्री०) वर्णमाला अछल-सं० (वि०) छलरहित अछूत - (वि०) जो छुआ न जा सके
अछूता - (वि०) 1 जिसे स्पर्श न किया गया हो 2 कोरा, नया 3 शुद्ध
अछूतोद्धार - हिं> +सं० (पु० ) अछूतों का उद्धार अच्छेध-सं० (वि०) अविभाज्य अछोप- (वि०) नम, तुच्छ
अजान
अछोर- (वि०) ओर छोर रहित अछोह - (वि०) क्षोभरहित, शान्त अजंट-अं० (पु० ) ऐजंट
अजेंडा - अं० (पु०) कार्यावली
अजंभ - 1 सं० (वि०) दंतहीन II ( पु० ) 1 मेढक 2 सूर्य अजेंसी-अं० (स्त्री०) एजेंसी
अज - [ सं० (वि०) अजन्मा II ( पु० ) 1 ईश्वर 2 जीवात्मा 3 बकरा 4 कामदेव । पाल (पु० ) गडरिया अजगर-सं० (पु०) एक तरह का बड़ा साँप ।
-वृत्ति
(स्त्री०) आलस्य
अजगरी - ( स्त्री०) 1 अजगर वृत्ति 2 निकम्मापन, आलस्य अज़ग़ैबी-फ़ा० + अ० (वि०) 1 दैवी 2 एकाएक होनेवाला अजड़-सं० (वि०) जो जड़ न हो, चेतन
अजदहा - फ़ा० ( पु० )
अजगर
अजन - I सं० ( पु० ) तुच्छ व्यक्ति || (वि) निर्जन अजनतंत्रीय-सं० (वि०) जो जनतंत्रीय न हो अजनबी - अ० (वि०) 1 अपरिचित 2 नवागत। पन + हिं॰ (पु० ) अपरिचित होना अजन्मासं० (वि०) 1 जन्म रहित 2 अनादि
अजन्य-सं० (वि०) 1 जो उत्पादन योग्य न हो 2 अजननीय अजपा-सं० (वि०) बिना आवाज़ किए जपा हुआ अजब -अ० (वि०) अनोखा अजम-अ० (पु०) अरब से भिन्न, ईरान अज़मत - (स्त्री०) 1 बड़ाई 2 गौरव अज़माइश-फ़ा० दे० आज़माइश
अज़माना, आज़माना-फ़ा० परीक्षा लेना अजमोद - (पु० ) अजवाइन की तरह का एक पौधा अजय-सं० (स्त्री०) अजेय
अजया -सं० (स्त्री०) 1 भाँग 2 माया
अजर-सं० (वि०) 1 क्षय रहित 2 जो बूढ़ा न हो अजरणीय सं० (वि०) 1 अक्षय 2 अपाच्य अजय-सं० (वि०) 1 चिरस्थायी 2 जो पचाया न जा सके अजल-सं० (वि०) बिना जल का
अजवाइन, अजवायन - (स्त्री०) एक पौधा जिसके बीज दवा के काम आते हैं।
अजस - ( पु० ) अपयश, कीर्ति का अभाव अजसी - (वि०) बदनाम
अजस्र - I सं० (वि० ) अविच्छिन्न, लगातार II ( क्रि० वि०) लगातार, सतत
अजहतस्वार्था-सं० (स्त्री०) लक्षणा का भेद जब लक्ष्यार्थ भिन्न होते हुए भी वाच्यार्थ हो अजहद - फ़ा० + अ० बहुत
अजा-सं० (स्त्री०) 1 प्रकृति 2 शक्ति 3 बकरी । गलस्तन (पु० ) निरर्थक वस्तु; चार ( पु० ) अगम्यागमन अजात-सं० (वि०) 1 जो जन्मा न हो 2 अविकसित ।
~ व्यवहार (पु० ) नाबालिग; ~ शत्रु (वि० / पु० ) शत्रुहीन अजाति-सं० (वि०) 1 जिसकी कोई जाति न हो 2 जो उत्पन्न न
हुआ हो
अजाती-सं० (वि०) जाति से निकाला हुआ अजान - (वि०) 1न जाननेवाला 2 अज्ञात