________________
225
'ब्रह्मचर्यसमाधि अध्ययन' 194 ब्रह्मचर्य का महत्त्व प्रतिष्ठित करता है। इसमें वैज्ञानिक रुप से उस वाताव ण से दूर रहने की प्रेरणा दी गई है जिससे विकार-वासना जाग्रत होने की संभावना हो। यद्यपि उत्तराध्ययनसूत्र के युग में दूरदर्शन टीवी}, फिल्म का आविष्कार नहीं हुआ था, तथापि उसमें अश्लील दृश्य देखने का निषेध किया गया है। ब्रह्मचर्य की साधना वासना-जय की साधना है। इस साधना के माध्यम से ही व्यक्ति स्व का ज्ञान कर शैलेषी-अवस्था तक पहुंच सकता है।
194 उत्तराध्ययनसूत्र- 16/1-16
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org