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जैन दर्शन की संज्ञा की अवधारणा का समीक्षात्मक अध्ययन
अध्याय - 12 धर्म संज्ञा 1. धर्म की परिभाषाएँ 2. धर्म का सम्यक् स्वरूप 3. धर्म की जीवन में उपादेयता 4. धर्म मोक्ष का साधन
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