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आओ संस्कृत सीखें
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वश्मि
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औश्म
औशन्
कर्मणि में - 2. वश् + य(क्य) + ते = उश्यते
वश् के रूप
वर्तमाना उश्वः
उश्मः वक्षि उष्ठः
उष्ठ वष्टि उष्टः
उशन्ति
हस्तनी अवशम्
औश्व अवट, ड् औष्टम्
औष्ट अवट, ड्
औष्टाम्
विध्यर्थ उश्याम् उश्याव
उश्याम उश्या : उश्यातम्
उश्यात उश्यात्
उश्याताम्
आज्ञार्थ वशानि उड्ढि उष्टम्
उष्ट उष्टाम्
उशन्तु 11. ईश् और ईड् धातु से वर्तमाना के से तथा ध्वे तथा पंचमी के स्व तथा ध्वम् प्रत्यय के पहले इ होता है।
ईश् धातु के रूप
वर्तमाना
ईश्वहे ईशिषे ईशाथे
ईशिध्वे ईशाते
ईशते
उश्युः
वशाव
वशाम
वष्ट
ईश्महे