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आओ संस्कृत सीखें
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पाठ - 31
बहुव्रीहि - समास 1. बार अर्थ में तथा विकल्प या संशय अर्थ में वर्तमान संख्यावाचक नाम, संख्येय
(विशेषण) में वर्तमान संख्यावाचक नाम, संख्येय (विशेषण) में वर्तमान संख्यावाचक नाम के साथ बहुव्रीहि समास होता है। उदा. द्विः दश - द्विदशा: वृक्षाः (बीस वृक्ष)
त्रिर्दश - त्रिदशा : (तीस वृक्ष)
द्विर्विंशतिः - द्विविंशा (चालीस वृक्ष) द्वौ वा त्रयो वा - द्वित्राः जनाः (दो या तीन लोग) सप्त वा अष्ट वा - सप्ताष्टाः पञ्च वा षड् वा - पञ्चषाः त्रयो वा चत्वारो वा - त्रि चतुराः । आसन्न, अदूर अधिक और अध्यर्ध नाम तथा अर्ध के बाद रहा पूरण प्रत्ययांत नाम, संख्यावाची नाम के साथ द्वितीया आदि विभक्तिवाले अन्य पद के संख्येय रूप विशेषण के रूप में बहुव्रीहि समास पाता है । उदा. आसन्ना दश येषां येभ्यो वा ते आसन्नदशा: वृक्षाः (9 या 10 वृक्ष) इसी प्रकार - आसन्नविंशाः, आसन्नत्रिंशाः, अदूरदशाः (9 या 10) अधिका दश येभ्यो येषु वा ते अधिकदशाः (ग्यारह आदि) अध्यर्धा विंशतिः येषां ते अध्यर्ध विंशाः (डेढबीस संख्या 30) अर्धपश्चमा विंशतयः येषां ते अर्ध पञ्चमविंशाः अश्वाः (साढे चार बीस अर्थात् 90 घोड़े) अव्यय नाम, संख्यावाचक नाम के साथ द्वितीया आदि विभक्तिवाले अन्य पद के संख्येय रूप विशेषण के रूप में बहव्रीहि समास पाते हैं - उप-समीपे दश येषां ते उपदशाः (9 या 11) इसी प्रकार : उपविंशाः उपचत्वारिंशाः उपचतुराः ।