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आओ संस्कृत सीखें
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अपात्
अपुः
अभूम
अभूत्
पा के रुप अपाम्
अपाव
अपाम अपाः
अपातम्
अपात अपाताम्
भू के रूप अभूवम्
अभूव अभूः
अभूतम्
अभूत अभूताम्
अभूवन् 5. भू धातु को सिच् का लोप होने के बाद गुण नहीं होता है । 6. धे, घ्रा, शा, छा, और सा धातु से स् (सिच्) प्रत्यय का परस्मैपद में विकल्प से
लोप होता है। उदा. धे - अधात् पक्षे चौथा प्रकार अधासीत्
अघ्रात् पक्षे चौथा प्रकार अघ्रासीत्
अशात् पक्षे चौथा प्रकार अशासीत् छा - अच्छात् पक्षे चौथा प्रकार अच्छासीत् सा - असात् पक्षे चौथा प्रकार असासीत्
छठा प्रकार - (कर्तरि का ही) 7. छठे प्रकार में धातुओं से अ (अङ्) प्रत्यय होता है । 8. अ (अङ्) पर ऋ वर्णांत धातु तथा दृश् धातु के स्वर का गुण होता है ।
नश् का विकल्प से नेश् होता है । श्वि का श्व, अस् (गण 4) का अस्थ, वच् का वोच और पत् का पप्त आदेश होता है। शास् के आस् का इस् होता है।
निम्नलिखित धातु छठे प्रकार में हैं 1. शास्, अस् (गण 4) वच् और ख्या 2. विकल्प से सृ और ऋ 3. द्वे; लिप् और सिच् 4. आत्मनेपदी ढे, लिप् और सिच् विकल्प से .