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आओ संस्कृत सीखें
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विध्यर्थ जह्याम्
जह्याव
जह्याम जह्या:
जह्यातम्
जह्यात जह्यात्
जह्याताम्
जाः
आज्ञार्थ जहानि
जहाव
जहाम जहाहि, जहिहि, जहीहि जहितम्, जहीतम् जहित, जहीत जहातु
जहिताम्, जहीताम् जहतु 13. द्वित्व होने के बाद पूर्व के दूसरे अक्षर का पहला अक्षर और चौथे अक्षर का तीसरा अक्षर होता है । उदा. भी + ति
भीभी + ति
बि / भी = ति = बिभेति । 14. व्यंजन से प्रारंभ होनेवाले अविशित् प्रत्ययों पर भी धातु के ई का विकल्प से
ह्रस्व इ होता है।
___ उदा. बिभितः, बिभीतः । 15. स्वरादि प्रत्ययों पर अनेक स्वरी धातु के इ वर्ण का य होता है।
उदा. भी + अति, बिभी + अति = बिभ्यति । ___ भी धातु के रूप
वर्तमाना बिभेमि
बिभिवः, बिभीवः बिभिमः, बिभीमः बिभेषि बिभिथः, बिभीथः बिभिथ, बिभीथ बिभेति बिभितः बिभीत: बिभ्यति
ह्यस्तनी अबिभयम् अबिभिव, अबिभीव अबिभिम, अबिभीम अबिभेः
अबिभितम्, अबिभीतम् अबिभित, अबिभीत अबिभेत् अबिभिताम्, अबिभीताम् अबिभयुः