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चरणानुयोग
पाश्वस्याविवंचन-प्रसंसन प्रायश्चित्त
सूत्र २८१-२१२
मस्थि कल्लागे पावे वा, व सणं निवेसए।
कोई भी कल्याणवान और पापी नहीं है ऐसा नहीं समझना अस्थि कल्लाणे पाये घा, एव सणं निवेप्सए॥ चाहिए, अपितु कल्याणवान् और पापी दोनों हैं ऐसी श्रद्धा रखनी
--सूय. सु. २, अ. ५. गा. १२-२८ चाहिए। पासस्थाई वंदमाणस पसंसमाणस्स पायच्छितं- पावस्थादिवंदन-प्रशंसन प्रायश्चित्त .. २६२. जे भिक्कू पासत्थं वंदद वंत वा साइज्जद ।
२८२, जो भिक्षु पारात्ये को बन्दना करता है, करवाता है, करने
वाले का अनुमोदन करता है । जे भिक्खू पासत्यं पसंसद पसंसंतं वा साइज्जह ।
जो भिक्षु पासत्य की प्रशंसा करता है, करवाता है, करने
वाले का अनुमोदन करता है। जे भिखू ओसणं वह वरतं का साइज्जइ ।
जो भिक्षु अवमन्न की वन्दना करता है, करवाता है, करने
बाले का अनुमोदन करता है। मे भिषयू ओसणं पसंसह पसंमंत या साइजह ।
जो भिक्षु अबसन्न की प्रशंसा करता है, करवाता है, करने
वाले का अनुमोदन करता है। जे मिलू कुसीसं बंदद वरतं वा साइजइ ।
. जो भिक्षु कुशील को वन्दना करता है, करवाता है, करने
थाले का अनुमोदन करता है। जे मिक्यू कुसील पसंसइ पसंतत वा साइज्जइ ।
जो भिक्षु कुशील की प्रशंसा करता है, करवाता है, करने
वाले का अनुमोदन करता है। से भिक्खू नितियं वंदइ ववंत या साहज्जा।
जो भिक्ष नित्यक की बन्दना करता है, करवाता है, करने
वाले का अनुमोदन करता है। जे भिक्खू नितियं पसंसद यससंत या साइज्जद ।
जो भिक्षु नित्यक की प्रशंसा करता है, करदाता है, करने
वारे का अनुमोदन करता है। मे भिखू संसतं वंदइ वदतं वा साहज्जइ ।
जो भिक्षु संसक्त को वन्दना करता है, करवाता है, करने
नाले का अनुमोदन करता है । भिक्खू संसतं पसंसइ पसंसंतं वा साइज्जइ । ___जो भिक्षु संसक्त की प्रशंसा करता है, करवाता है, करने
वाले का अनुमोदन करता है। के भिक्षू काहियं बंबइ बंदत बा साहज्जा ।
जो भिक्षु देश आदि की कथा करने वाले को वन्दन करता
है, करवाता है, करने वाले का अनुमोदन करता है। जे भिक्खू काहियं पसंसइ पसंसतं या साइज्जइ।
जो भिक्षु देश आदि की कथा करने वाले की प्रशंसा करता
है, करवाता है, करने वाले का अनुमोदन करता है। जे भिक्खू पासणय वह बंदतं वा साइन्मइ ।
जो भिक्षु नृत्यादि देखने वाले को बन्दन करता है, करवाता
है, करने वाले का अनुमोदन करता है। मे भिक्खू पासणियं पसंसइ पसंसंतं वा साइजह । ____ जो भिक्षु नृत्यादि देखने वाले की प्रशंसा करता है, करवाता
है, करने वाले का अनुमोदन करता है। से मिक्यू ममायं संबद संवतं वा साइजह ।
जो भिक्षु ये उपकरण मेरे ही हैं, ऐसा कहने वाले की प्रशंसा
करता है, करवाता है, करने वाले का अनुमोदन करता है। मे भिक्षू ममायं पसंसह एससंत वा साइज्जा।
जो भिक्षु ये उपकरण मेरे ही हैं, ऐसा कहने वाले की प्रशंमा
करता है, करवाता है, करने वाले का अनुमोदन करता है। जे भिक्खू संपसार बंद बरत वा साइमाइ ।
जो भिक्षु (असंयतों को) आरम्स के कार्यों का निर्देशन करने वाले को वन्दना करता है, करवाता है, करने वाले का अनुमोदन करता है।