Book Title: Haribhadra ke Prakrit Katha Sahitya ka Aalochanatmak Parishilan
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology & Ahimsa Mujjaffarpur
View full book text
________________
८ देवेन्द्र नरकेन्द्र प्रकरण
६ क्षेत्र समास वृत्ति
१० जम्बूद्वीप सूत्रवृत्ति
११ श्रावक प्रज्ञप्ति सूत्रवृत्ति
१२ अच्छी चूड़ामणि १३ कथाकोष
१४ चैत्यवंदन भाष्य
१५ तत्वतरंगिनी
१६ दिनशुद्धि
१७ दंसण शुद्धि
१८ धर्मलाभ सिद्धि
१६ नाणपंचगवक्खाण
२० नाना चित्तपगरण २१ परलोकसिद्धि
२२ पंचनियष्ठी
२३ बृहन्मिथ्यात्वमथन
२४ मुनिपतिचरित
२५ यशोधरचरित
२६ वीरांगद कथा
·
२७ व्यवहार कल्प
२८ संकित पच्चीसी
२६ संबोध सित्तरी
३० सासय जिणकित्तण
३१ धर्मसार
३२ नाणायतन
३३ न्यायविनिश्चय
३४ प्रतिष्ठाकल्प
३५ पंचलिंगी
३६ वांटिक प्रतिषेध
३७ यतिदिन कृत्य
३८ लोकबिन्दु
३६ वेदवाह्यता निराकरण
४० संस्कृत आत्मानुशासनह ४१ संग्रह विवृत्ति ४२ सपंचासित्तरी
४३ ज्ञान पंचक विवरण
Jain Education International
૪
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org