Book Title: Haribhadra ke Prakrit Katha Sahitya ka Aalochanatmak Parishilan
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology & Ahimsa Mujjaffarpur
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(१५) प्रभावक चरित--चन्द्रप्रभ सूरि, सं० जिनविजय प्र. सिंघी जैन ग्रन्थमाला,
अहमदाबाद, सन् १९४०। (१६) बृहत्कथाकोश--हरिषेणाचार्य, सं० डा० ए० एन० उपाध्ये, प्र० सिंधीजन
ग्रन्थमाला, भारतीय विद्याभवन, बम्बई, सन् १९४३। (१७) महाभारत (हिन्दी अनुवाद सहित)--प्र० गीताप्रेस, गोरखपुर । (१८) मृच्छकटिकम्--सं० रामानुज अोझा, चौखम्बा संस्कृत सीरिज, बनारस। (१६) रत्नावली--श्रीहर्ष, प्र० चौखम्बा संस्कृत सीरिज, बनारस । (२०) रस गंगाधर--पंडितराज जगन्नाथ, प्र० चौखम्बा विद्याभवन, बनारस । (२१) ललितविस्तर--सं० डा० पी० एल० वैद्य, मिथिला संस्कृत विद्यापीठ,
दरभंगा। (२२) वक्रोक्ति जीवितम्---कुन्तक, सं० डा० नगेन्द्र, प्र० प्रात्माराम एण्ड सन्स,
दिल्ली । (२३) वासवदत्ता--सुबन्धु, प्र० चौखम्बा विद्याभवन, बनारस । (२४) विविधतीर्थकल्प--जिनप्रभ सूरि, सिंधी जैन ग्रन्थमाला, भारतीय विद्याभवन,
बम्बई । (२५) विष्णुपुराण ( हिन्दी अनुवाद सहित)--अनु० मुनिलाल गुप्त, प्र० गीता
प्रेस, गोरखपुर। (२६) श्रीमद्भागवत--प्र० गीताप्रेस, गोरखपुर । (२७) साहित्य दर्पण--विश्वनाथ, सं० डा० सत्यव्रत सिंह, प्र० चौखम्बा विद्याभवन,
वाराणसी। (२८) हरिभद्र सूरि चरितम्--ले० पं० हरगोविन्ददास । (२६) हरिभद्राचार्यस्य समय निर्णयः--मुनि० जिनविजय : प्र० जैन साहित्य
- संशोधक, पूना। (३०) हर्षचरित--बाणभट्ट, सं० जगन्नाथ पाठक, प्र० चौखम्बा विद्याभवन,
वाराणसी।
हिन्दी और गुजराती ग्रन्थ--
(१) अपभ्रंश साहित्य--हरिबंश कोछड़, प्र० भारतीय साहित्य मन्दिर, दिल्ली। (२) अरस्तू का काव्य शास्त्र--अनु० डा० नगेन्द्र, प्र० भारती भंडार, लीडर
प्रेस, इलाहाबाद । (३) असामान्य मनोविज्ञान--रामकुमार राय, प्र० चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी। (४) प्राचार्य शुक्ल के समीक्षा सिद्धान्त--रामलाल सिंह, कर्मभूमि प्रकाशन
____ मन्दिर, वाराणसी। (५) आधुनिक हिन्दी कथा साहित्य और मनोविज्ञान--डा० देवराज उपाध्याय,
प्र० साहित्य भवन लिमिटेड, इलाहाबाद । (६) उपन्यासकला--विनोदशंकर व्यास, प्र० हिन्दी साहित्य कुटीर, बनारस । (७) उपन्यास के मूलतत्त्व--जयनारायण, प्र० अजन्ता प्रेस लिमिटेड, पटना । (८) कथा के तत्त्व--डा. देवराज उपाध्याय, प्र० ग्रन्थमाला कार्यालय, पटना-४)
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