Book Title: Haribhadra ke Prakrit Katha Sahitya ka Aalochanatmak Parishilan
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology & Ahimsa Mujjaffarpur

Previous | Next

Page 442
________________ ४०६ (e) कला --हंस कुमार तिवारी, मानसरोवर प्रकाशन, गया । (१०) कहानी और कहानीकार -- मोहन लाल जिज्ञासु, प्र० श्रात्माराम एण्ड सन्स, दिल्ली । (११) कहानीकला -- विनोद शंकर व्यास, प्र० हिन्दी साहित्य कुटीर, बनारस । (१२) कहानी कला -- भगवान चन्द्र, प्र० साहित्य सेवी संसद्, वयनगामा (भागलपुर) । (१३) कहानी का रचना विधान -- जगनाथ प्रसाद शर्मा, प्र० हिन्दी प्रचारक पुस्तकालय, काशी । (१४) कहानी का दर्शन--भालचन्द्र गोस्वामी, प्र० साहित्यरत्न भंडार, आगरा । (१५) कहानी के तत्त्व-- प्रो० शिवनन्दन, प्र० मानसरोवर प्रकाशन, गया । (१६) काव्य के उदात्ततत्व--डा० नगेन्द्र, राजपाल एण्ड सन्स, दिल्ली । ( १७ ) जातक कालीन भारतीय संस्कृति -- मोहनलाल महतो वियोगी, प्र० बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना । (१८) जैन साहित्य पर विशद् प्रकाश-- जुगल किशोर मुख्तार, प्र० वीरशासन संघ, कलकत्ता । ( ११ ) जंनाचार्य श्री आत्मानन्द शताब्दी स्मारक -- प्र० जैनाचार्य श्री श्रात्मानन्द शताब्दी स्मारक समिति, बम्बई । (२०) तरंगवती (गुजराती) -- जर्मनी से गुजराती, अनु० नरसिंह भाई, प्र० नवलचंद केशवलाल, मोदी हास पटनी पोल, अहमदाबाद । (२१) पाइय भाषाओ ने साहित्य (गुजराती) --प्रो० हीरालाल रसिकलाल कापड़िया, गोपीपुरा, सूरत । (२२) पाणिनि कालीन भारत -- डा० वासुदेव शरण अग्रवाल, प्र० मोतीलाल बनारसी दास, बनारस । (२३) प्राकृत और उसका साहित्य -- डा० हरदेव बाहरी, प्र० राजकमल प्रकाशन, दिल्ली । (२४) प्राचीन भारतीय वेशभूषा -- डा० मोतीचंद, प्र० भारती भण्डार, प्रयाग । (२५) भगवान महावीरनी कथाप्रो (गुजराती) -- बेचरदास दोशी, प्र० गुजराती विद्यापीठ, अहमदाबाद । (२६) भारतीय साहित्य शास्त्र - - प्रो० बलदेव उपाध्याय, प्र० प्रसाद परिषद्, काशी । (२७) यूरोपीय उपन्यास साहित्य -- विनोद शंकर व्यास, प्र० साहित्य सेवक कार्यालय, काशी । ( २८ ) लोक साहित्य की भूमिका -- डा० कृष्णदेव उपाध्याय, प्र० साहित्य भवन लिमिटेड, इलाहाबाद । (२९) वाड्मय - विमर्श -- विश्वनाथ मिश्र, वाणी वितान प्रकाशन, ब्रह्मनाल, काशी । (३०) व्रजलोक साहित्य का अध्ययन - डा० सत्येन्द्र, प्र० साहित्यरत्नभंडार ( श्रागरा ) । (३१) समीक्षा शास्त्र - - प्राचार्य सीताराम चतुर्वेदी, प्र० प्र० भा० विक्रम परिषद्, काशी । (३२) सार्थवाह --- डा० मोतीचंद, प्र० बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462