Book Title: Panchsangraha Part 08
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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( २० ) गाथा ८,8
१२-१३ वैक्रियसप्तक एवं आहारकसप्तक का उदीरणा
स्वामित्व गाथा १०
ध्र वोदया नाम कर्म की तेतीस प्रकृतियों एवं सूक्ष्म
लोभ का उदीरणा स्वामित्व गाथा ११
संस्थानषट्क एवं संहननषट्क का उदोरणा स्वामित्व गाथा १२, १३
१७-१८ संहनन, संस्थान नामकर्म का उदीरणा स्वामित्वसम्बन्धी विशेष स्पष्टीकरण
आतपनाम का उदीरणा स्वामित्व गाथा १४
१७-१८ उद्योतनाम का उदीरणा स्वामित्व गाथा १५
१८-१६ विहायोगतिद्विक और स्वरद्विक का उदीरणा स्वामित्व १८ गाथा १६
१६–२० उच्छवास नाम एवं स्वरद्विक का उदीरणा स्वामित्व गाथा १७
यशःकीर्ति, आदेय और सुभग नाम का उदीरणा स्वामित्व गाथा १८
उच्चगोत्र, नीचगोत्र, दुर्भगचतुष्क, तीर्थकरनाम का
उदीरणा स्वामित्व गाथा १६
२१-२३ निद्राद्विक और वेदनीयद्विक का उदोरणा स्वामित्व
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