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पंचसंग्रह : ८
परिशिष्ट : ६ स्थित्युदीरणापेक्षा उत्तर प्रकृतियों की साद्यादि प्ररूपणा का प्रारूप प्रकृति नाम जघन्य स्थिति उत्कृष्ट स्थिति अजधन्य स्थिति |
अनुत्कृष्ट | स्थिति
ज्ञानावरणपंचक सादि, अध्र व सादि, अध्र व अनादि, ध्र व, सादि, अध्र व दर्शनावरणचतुष्क
अध्र व अंतरायपंचक
निद्रा, प्रचला
सादि, अध्र व
स्त्यानद्धित्रिक
मिथ्यात्वमोह
सादि, अनादि, ध्रुव, अध्रुव सादि, अध्र व
मिश्रमोह
सम्यक्त्वमोह
अनन्ता. अप्रत्या. प्रत्याख्यान चतुष्क, संज्व. त्रिक
संज्वलन लोभ हास्य, रति, शोक, अरति, भय,जुगुप्सा वेदत्रिक
वेदनीयद्विक गोत्रद्विक आयुचतुष्क
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