Book Title: Panchsangraha Part 08
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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१८२
प्रकृति नाम जघन्य
सादि, अध्रुव
अन्तराय
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उत्कृष्ट
अजघन्य अनुत्कृष्ट उ. स्वा.
सादि,
सादि, अध्र ुव अध्रुव
पंचसंग्रह:
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ज. स्वा.
अनादि,
ध्र ुव,
अध्रुव आवलिका पर्याप्त
संज्ञी
शेष क्षीणमोही
समया- अति. संक्लि. धिक मिथ्यात्वी
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