Book Title: Panchsangraha Part 08
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur

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Page 229
________________ ( १६२ ) ४६-५५ उपन्यास-कहानी साहित्य १. सांझ सबेरा ४) २. भाग्य क्रीड़ा ४) ३. धनुष और बाण ५) ४. एक म्यान : दो तलवार ४) ५. किस्मत का खिलाड़ी ४) ६. बीज और वृक्ष ४) . ७ फूल और पाषाण ५) ८. तकदीर की तस्वीर ४) ९. शील-सौरभ ५) १०. भविष्य का भानु ५) ५६-५८ काव्य साहित्य ५६ जैन रामयशोरसायन १५) (जैन रामायण) ५७ जन पांडव यशोरसायन ३०) (जैन महाभारत) ५८ तकदीर की तस्वीर विविध साहित्य ५६ विश्वबन्धु महावीर १) ६० तीर्थंकर महावीर १०) ६५ संकल्प और साधना के धनी : __मरुधर केसरी श्री मिश्रीमल जी महाराज २५) ६२ दशवकालिक सूत्र (पद्यानुवाद सहित) १५) ६३ श्रमण कुल तिलक आचार्य श्री रघुनाथ जी महाराज २५) ६४ मिश्री काव्य कल्लोल (संपूर्ण तीन भाग) २५) ६५ अन्तकृद्दशा सूत्र (पत्राकार) १२) संपर्क करें श्री मरुधर केसरी साहित्य प्रकाशन समिति पीपलिया बाजार, ब्यावर (राज.) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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