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उदीरणाकरण-प्ररूपणा अधिकार : परिशिष्ट ५
१४७ परिशिष्ट : ५ स्थित्युदीरणापेक्षा मूल प्रकृतियों की साद्यादि प्ररूपणा का प्रारूप
प्रकृति नाम
ज्ञानावरण
जघन्य उत्कृष्ट अजघन्य अनुत्कृष्ट सादि अध्र व सादि अध्र व अनादि ध्रुव सादि अध्रुव
अध्र व
दर्शनावरण
वेदनीय
सादि, अध्र व
मोहनीय
सादि,अनादि ध्र व,अध्र व
आयु
सादि अध्र व
नाम, गोत्र
अनादि, ध्रुव अध्र व
अंतराय
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