Book Title: Panchsangraha Part 08
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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५७-५६
५९-६०
६०-६२
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६२-६३
गाथा ३७ मिश्रमोहनीय और वैक्रियषट्क का जघन्य स्थिति
उदीरणा स्वामित्व गाथा ३८
आहारकद्विक का जघन्य स्थिति उदीरणा स्वामित्व गाथा ३३
ज्ञानावरणपंचक, दर्शनावरणचतुष्क, अंतरायपंचक का जघन्य स्थिति उदीरणा स्वामित्व चरमोदया पैंसठ प्रकृतियों का जघन्य स्थिति उदीरणा स्वामित्व
आयुचतुष्क का जघन्य स्थिति उदीरणा स्वामित्व गाथा ४०
अनुभागोदीरणा के विचारणीय विषय संज्ञा, शुभाशुभत्व, विपाक हेतु सम्बन्धी सामान्य निर्देश गाथा ४१
वेदत्रिक, अंतराय, चक्ष , अचक्ष दर्शनावरण, सम्यक्त्वमोहनीय, मनपर्ययज्ञानावरण सम्बन्धी
संज्ञा संबंधी विशेष वक्तव्य गाथा ४२
देशघाति प्रकृतियों का घातित्व विषयक विशेष गाथा ४३
सर्वघाति प्रकृतियों का घातित्व और स्थान सम्बन्धी निरूपण
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६३ ६४-६६
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